पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों के बीच अभी तनाव जारी है और इसके आगे लंबा खींचने के संकेत हैं। ऐसे में भारत पहाड़ों और सर्दियों के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित अपने 35,000 अतिरिक्त जवानों की तैनाती करने जा रहा है। ये जवान बर्फीली चोटियों पर हर परिस्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षित हैं और मानसिक तौर पर भी तैयार हैं। इसके उलट एलएसी पर तैनात चीनी सैनिक ऐसी परिस्थितियों के लिए प्रशिक्षित नहीं हैं। इन सैनिकों को चीन के मुख्य और जमीनी इलाकों से लाकर लद्दाख में तैनात किया गया है। इस वजह से ये ऊंचाई वाले इलाकों और भीषण ठंड के आदी नहीं हैं।
पिछले महीने गलवां घाटी में चीन की तरफ से की गई नापाक हरकत के बाद भारत अब किसी भी तरह की ढिलाई बरतने के मूड में नहीं है। यही कारण है कि अब भारत ने सर्दियों और बदलते मौसम को ध्यान में रखते हुए वास्तविक नियंत्रण रेखा के करीब पूर्वी लद्दाख में 35000 जवानों को तैनात करने की तैयारी कर ली है।