जिस तरह से पूरे भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में इज़ाफ़ा हुआ है उससे यह पता चल रहा है कि कोई ऐसा राज्य नहीं बचा है जहां इस बीमारी ने अपने क़दम न रक्खे हैं. बिहार में भी रोज़ कोरोना वायरस के मरीज़ बढ़ते जा रहे हैं.
हाल ही में दूसरे लॉकडाउन की खबर के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कोरोना वायरस संक्रमण और रोज़गर सृजन को लेकर बैठक बुलाई थी. उन्होंने इस बैठक के दौरान कहा कि अब बिहार में मॉनसून कि शुरुआत होने से पहले ही कुछ करना होगा क्यूंकि जो तबाही उस मौसम में होती है उससे कई लोगों का नुकसान होता है. पिछले साल भी बाढ़ ने बिहार के कई शहरों में अपनी दस्तक देकर सबकुछ तहस नहस कर दिया था.
उन्होंने अपने लोगों से यह भी कहा कि प्रधान सचिवैर सचिव को इन सब चीज़ो का ध्यान रखना चाहिए और जो इंजीनियरिंग विभाग के है उन्हें भी काम पर लगना होगा. और यह भी जरूरी है कि उन लोगों को अपनी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखना पड़ेगा ताकि काम सही से हो जाए और जो मज़दूर एवं जरूरतमंद लोग हैं उन्हें रोजगार मिल जाए.