नई दिल्ली: केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री (एमएसएमई) नितिन गडकरी ने सोमवार (26 अक्टूबर, 2020) को खादी फैब्रिक फुटवियर का शुभारंभ किया जिसे खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने डिजाइन किया है। मंत्री महोदय ने कहा कि लोग खादी फैब्रिक फुटवियर पसंद करेंगे जो पुरुषों और महिलाओं के लिए डिजाइन किए गए हैं।
फुटवियर को कथित तौर पर लेडीज के लिए 15 डिजाइन और पुरुषों के लिए 10 डिजाइन और गुजरात के पटोला सिल्क, बनारसी सिल्क, मधुबनी प्रिंटेड सिल्क ऑफ बिहार, खादी डेनिम, टसर सिल्क, मटका-कटिया सिल्क जैसे फुटवियर को यूनीक और ट्रेंडी बनाने के लिए इस्तेमाल किया गया है ।
डिजाइन, रंग और प्रिंट की एक विस्तृत श्रृंखला में उपलब्ध है, जूते सभी प्रयोजनों के लिए कपड़े सूट करने के लिए डिजाइन किया गया है-औपचारिक, आरामदायक और उत्सव के अवसरों । खादी फुटवियर की कीमत 1100 रुपये से लेकर 3300 रुपये प्रति पेयर तक है। गडकरी ने 21 अक्टूबर को केवीआईसी के ई-पोर्टल www.khadiindia.gov.in के जरिए खादी फुटवियर की ऑनलाइन बिक्री भी शुरू की थी और खादी फैब्रिक फुटवियर की तारीफ करते हुए कहा था कि ऐसे अनोखे उत्पादों पर अंतरराष्ट्रीय बाजार पर कब्जा करने की क्षमता अधिक है।
उन्होंने आगे कहा, खादी ओक्साका तक कैसे पहुंची, यह भी कम दिलचस्प नहीं है । दरअसल ओक्साका के एक युवा व्यक्ति मार्क ब्राउन ने एक बार महात्मा गांधी पर एक फिल्म देखी थी । ब्राउन बापू पर यह फिल्म देखने से इतने प्रेरित हुए कि उन्होंने भारत में बापू के आश्रम का दौरा किया, उन्हें समझा और उनके बारे में गहराई से सीखा । तब ब्राउन को एहसास हुआ कि खादी सिर्फ एक कपड़ा नहीं है; यह जीवन का एक पूरा तरीका था । ब्राउन ने जिस तरह से खादी को ग्रामीण अर्थव्यवस्था और आत्मनिर्भरता के साथ आपस में मिलाया था, उससे ब्राउन गहराई से आगे बढ़े थे । यहीं पर ब्राउन ने मैक्सिको लौटने पर खादी पर काम करने का संकल्प लिया। उन्होंने मेक्सिको के ओक्साका के ग्रामीणों को खादी से मिलवाया और उन्हें प्रशिक्षित किया और अब ओक्साका खादी एक ब्रांड बन गई है।