दिल्ली के विभिन्न अस्पताल के डॉक्टरों ने शिकायत कर कहा कि तबलीगी जमात के लोग डॉक्टरों को धमकी दे रहे हैं और उनके काम में बाधा डाल रहे हैं। ये लोग करोना वायरस का टेस्ट करने की प्रक्रिया में भी बाधा डाल रहे हैं। ये तमाम लोग टेस्ट नहीं करने दे रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि उन्हें भर्ती करने की जरूरत नहीं है और धमकी दे रहे। इसकी वजह से हमारे स्टाफ की सुरक्षा खतरे में हैं।
स्वास्थ्य कर्मियों और प्रशासन के लिए तबलीगी जमात के लोग मुश्किल का सबब बनते जा रहे हैं। इसी कारण दिल्ली पुलिस अभी अस्पतालों की सुरक्षा कर रही है।
तबलीगी जमात के लोग क्वारंटाइन सेंटर में कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया। यही नहीं, उन्होंने वहाँ पर मौजूद डॉक्टरों समेत अन्य काम करने वाले सभी लोगों पर थूकने लगे।
कोरोना संक्रमण का खतरा पूरे देश में लगातार बढ़ रहा।
बता दें कि तबलीगी जमात के लोगों की लापरवाही की वजह से कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, तेलंगाना, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान निकोबार, जम्मू कश्मीर में जमात के तमाम लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया है जो दिल्ली के मरकज में शामिल हुए थे।
दिल्ली के अस्पतालों में पुलिस तैनात
अस्पतालों के डॉक्टर की शिकायत के बाद दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर अस्पतालों में और क्वॉरेंटाइन केंद्रों में सुरक्षा बढ़ाने का अनुरोध किया। इसके बाद दिल्ली पुलिस की ने सभी जगह अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है। स्वास्थ्य सचिव की ओर से पुलिस कमिश्नर को लिखे गए पत्र में बताया गया कि निजामुद्दीन क्षेत्र से करंट इन केंद्रों और अस्पतालों में लाए गए संदिग्ध मरीज डॉक्टरों से दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
पांच अस्पतालों की सुरक्षा बढ़ाई गई।
- एम्स, झज्जर
- राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल
- जीटीबी अस्पताल
- दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल
- लोकनायक अस्पताल
कुछ क्वारन्टीन केंद्रों की भी सुरक्षा बढ़ाई गई
नरेला, सुल्तानपुरी, बक्करवाला, द्वारका, तुगलकाबाद, बदरपुर, दिल्ली एयरोसिटी स्थित केंद्र