कोविड-19 के चलते लगभग तीन महीने से ठप पड़े ट्रेनों के संचालन के फिलहाल सामान्य होने की संभावना नहीं है। चलाई जा रही सीमित ट्रेनों के लिए भी भरपूर यात्री नहीं मिल पा रहे हैं। भारतीय रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने कहा ‘रेलवे की नजर वेटिंग लिस्ट पर है। जून और जुलाई माह में वेटिंग लिस्ट नहीं है। लौटने वाली ट्रेनों में काफी सीटें खाली रहती हैं।’ यादव ने कहा ‘कुछ रुटों पर यात्रियों की संख्या निकल रही है, जिस पर अतिरिक्त ट्रेनों को चलाने के बारे में विचार किया जा रहा है।’ इनमें डिब्रूगढ़ और अमृतसर जैसे गंतव्य प्रमुख हैं
यादव सोमवार को यहां वीडियो कांफ्रेंसिंग से पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के अलावा 30 राजधानी स्पेशल के साथ नियमित 200 ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इनमें ट्रेनों का चयन काफी सोच विचार के बाद किया गया था। व्यस्त ट्रैफिक वाले रुट के साथ देश के हर हिस्से से जुड़ने वाली ट्रेनों को इसमें शामिल किया गया है। कोरोना के चलते स्वच्छता के सख्त नियम, स्वास्थ्य प्रोटोकाल के आधार पर ट्रेनों का संचालन हो रहा है। लेकिन इन ट्रेनों में जून व जुलाई में प्रतीक्षा सूची नहीं है। लेकिन जिन रुटों आवश्यकता दिखेगी वहां के लिए अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन शुरु किया जा सकता है।