रशिया फार्मा कंपनी आर.फार्मा ने पहले ही कोरोनावायरस की दवा के बारे में दुनिया को सूचित कर दिया था। लेकिन उसका क्लिनिकल टेस्ट बाकी था, जिससे सभी को उस पर यकीन हो और अब रशिया में बनी यह कोरोनावायरस की सबसे पहली वैक्सीन होगी जिसका क्लिनिकल टेस्ट सफल रहा है। रशिया की कंपनी का दावा है कि यह कोरोना के लक्ष्ण को बढ़ने से रोकेगा। इनका दावा है कि यह दवा सफल है कोरोना मेरीजो के लिए। कोरोनावायरस की इस वैक्सीन का नाम है कोरोनाविर। कोरोनाविर देने के पांचवे दिन बाद 77.5 फ़ीसदी मरीजों में कोरोनावायरस नहीं मिला।

रशिया की फार्मा कंपनी ने साबित कर दिया है कोविड-19 के इलाज में कोरोनावीर सफल साबित होगा। क्लीनिकल ट्रायल के बाद है कोरोनावीर को कोविड-19 मरीजों पर इलाज के लिए अनुमति मिल गई है।यह कोरोनावायरस को शरीर में उसकी संख्या बढ़ने से रोकती है। उनका दावा है कि यह दवा कोविड-19 के मरीजों को पूरी तरह से ठीक कर देगी। इस दवा को कोविड-19 के मरीजों को देने पर 14 दिन के बाद इसका असर देखा जा सकता है।

आर. फार्मा के डायरेक्टर डॉ. मिखाईल सोमसोनोव ने दावा बताया है, कई देशों में हुए इसके क्लीनिकल ट्रायल में साबित हुआ है कि कोरोनाविर तेज़ी से संक्रमण और वायरस के रेप्लीकेशन (वायरस की संख्या बढ़ना) को रोकती है। इसका ट्रायल मई में ही शुरू हो गया था इसलिए यह अब तक 110 मरीजों का इलाज कर चुकी है हालांकि है दवा अभी आमतौर पर नहीं बिख रही क्योंकि अभी इस पर रशिया ने कोई बयान जारी नहीं किया है।