तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हजारों किसान लगातार नौंवे दिन कड़ी सुरक्षा के बीच दिल्ली से लगी सीमाओं पर डटे हैं। वहीं इस पूरे मामले पर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा है कि, किसानों के विरोध प्रदर्शन ने केंद्र सरकार को घुटनों पर ला दिया है।
बता दें, केवल PDP ही नहीं कई विपक्षी पार्टियां इन कानूनों को केंद्र सरकार से निरस्त करने की मांग कर रही हैं। इससे पहले कांग्रेस, TMC, अकाली दल, RJD ने किसानों का समर्थन किया है। आपको बता दें, किसानों की सरकार के साथ गुरुवार को बातचीत एक बार फिर बेनतीजा रही। जिसके बाद प्रदर्शन कर रहे किसानों के संगठन आगे की कार्रवाई को लेकर आज बैठक करेंगे। उत्तर प्रदेश के प्रदर्शनकारी किसानों ने ‘यूपी गेट’ के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-9 को जाम कर दिया है। वहीं पंजाब और हरियाणा के किसान दिल्ली आने वाले दूसरे प्रवेश मार्गों पर डटे हैं।
कृषि मंत्री ने क्या कहा?
कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा है कि, किसी तरह का ‘कोई अहंकार नहीं है’ और सरकार तीन नये कृषि कानूनों के बारे में किसानों की आशंकाओं के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर खुले दिमाग से वार्ता करने और विचार करने को सहमत है। इनमें एपीएमसी (कृषि उपज विपणन समिति) को मजबूत करने सहित मंडी प्रणाली, प्रस्तावित निजी मंडियों के साथ कर समरूपता और किसी विवाद की स्थिति में विवाद निपटान के लिए किसानों को उच्च न्यायालयों में जा सकने की स्वतंत्रता जैसे पहलु शामिल हैं। किसान संगठनों और केन्द्र के बीच अगले दौर की बातचीत शनिवार को हो सकती है।