पावर ग्रिड कारपोरेशन ऑफ इंडिया के मुताबिक नव मिनट के ब्लैकआउट से करीब बारह से पन्द्रह गीगावाट बिजली मांग में कमी आएगी। वहीं, विपक्ष ने मांग में अचानक कमी आने से ग्रिड को खतरा जताया है। केंद्रीय बिजली बिभाग मंत्री आरके सिंह ने बैठक मे की तैयारियों पर चर्चा की।

ग्रिड पर कोई दबाव नहीं आए और और देश भर में बिजली ठप ना हो। पीएम के इस आह्वान से पावर ग्रिड पर फेल होने और ब्लैकआउट का खतरा मंडराने लगा है। ऐसे में पावर ग्रिड के सामने स्थिरता बनाए रखने, ब्लैकआउट जैसी स्थिति से बचने की चुनौती है। संभावित खतरे को देखते हुए पावर ग्रिड की सुरक्षा से जुड़े कदमों पर विचार के लिए पूरे देश के बिजली से जुड़े पेशेवरों को सक्रिय कर दिया गया है।फोटो: सोशल मीडिया

मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पांच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट तक बिजली बंद करने के बाद दीया जलाकर, टार्च या मोबाइल से रोशनी करने की अपील से पावर ग्रिड के प्रबंधकों की चिंता बढ़ गयी है क्योंकि वे इस दौरान ग्रिड की स्थिरता सुनिश्चित करने की तैयारी में जुट गए हैं। ग्रिड के एकीकृत संचालन के लिए जिम्मेदार पावर सिस्टम ऑपरेशन कॉरपोरेशन