पाकिस्तान ने कश्मीर के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘निशान-ए-पाकिस्तान’ से सम्मानित करने का फैसला किया है। इसे लेकर पाकिस्तानी सीनेट में प्रस्ताव स्वीकार हो गया है। सीनेट ने सरकार से यह भी कहा है कि इस्लामाबाद में प्रस्तावित एक विश्वविद्यालय का नाम भी गिलानी के नाम पर रखा जाए। प्रस्ताव में यह भी मांग की गई कि गिलानी की जीवनगाथा को राष्ट्रीय और प्रांतीय स्तर पर स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए।
पाक सीनेट यानी संसद के उच्च सदन ने सोमवार को इस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। सीनेट ने भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों के खत्म किए जाने की पहली सालगिरह पर पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में बनी अपनी कथित विधानसभा में पांच अगस्त को विशेष सत्र बुलाने को भी अनुमति दी है। बता दें कि 90 वर्षीय सैयद अली शाह गिलानी ने करीब एक महीना पहले ही ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस में अपने ‘आजीवन चेयरमैन’ के पद से इस्तीफा दिया था।